कवच नारायण

रात्रि के पिछले प्रहर में श्रीवत्सलांछन श्रीहरि,उषाकाल में खड़गधारी भगवान जनार्दन,सूर्योदयसे पूर्व श्रीदामोदर और संपूर्ण संध्याओंमें कॉलमूर्ति भगवान विश्वेश्वर मेरी रक्षा करें।

चक्रम युगांतनल 

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